गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) और पुलिसवालों के बीच हुई मुठभेड़ में अबतक दो लोगों की जान चली गई है। इसमें से एक इंडियन रिजर्व बटालियन का एसिस्टेंट कमांडर था। वहीं दूसरा जीजेएम का कार्यकर्ता बताया जा रहा है। इसके अलावा कई लोग जख्मी भी हैं। घटना पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी बयान दिया। ममता ने कहा कि GJM के कार्यकर्ता कोर्ट का ऑर्डर भी नहीं सुन रहे। ममता ने कहा कि कोर्ट ने बंद को असंवैधानिक करार दिया था। ममता ने कहा कि गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के लोगों ने पांच साल मजे किए और अब जब चुनाव पास आ गए हैं तो वे हिंसा कर रहे हैं। ममता ने आगे कहा, ‘उनके पास गैर कानूनी हथियार और पैसे कहां से आ रहे हैं ? उनसे बातचीत करने को तैयार हैं लेकिन हम संविधान को इस तरीके से तोड़ने का समर्थन नहीं करते।
ममता ने यह भी कहा कि कार्यकर्ताओं ने खुखरी की मदद से एसिस्टेंट कमांडर टीएन टमांग को मार डाला। मिल रही जानकारी के मुताबिक, जब पुलिस ने लोगों को शांत करने की कोशिश की तो कार्यकर्ताओं ने उनपर बम और पत्थर बरसा दिए थे। जीजेएम चीफ ने कहा है कि पुलिस अनैतिक रूप से समर्थकों के घर में घुसकर उन्हें परेशान कर रही है, दो लोगों को पुलिस ने मार डाला है, हम आंदोलन तेज करेंगे।
इससे पहले पुलिस ने जीजेएम के एक नेता के बेटे को ‘उठा लिया’ और एक अन्य नेता के आवास पर छापेमारी की। इससे पहले जीजेएम के कुछ समर्थकों की ओर से लोक निर्माण विभाग के एक कार्यालय को आग लगाने का प्रयास किया।
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