हफ्ते में कई बार चंदर की दुकान के गुलाब जामुन ‘गपके’ जाते थे। मीनारा मस्जिद की नान और बड़े के गोश्त का सालन इनकी भी कमजोरी थी। वक्त काटने के लिए गिल्ली-डंडा या फिर आजमगढ़ से मंगवाए गए कंचे। बैठकी के लिए लिए यूनुस भाई के टी-स्टॉल से बेहतरीन कोई जगह नहीं थी।
इस दौर में अबू सलेम, अबू सालिम अंसारी थे और सरायमीर जैसे छोटे से कस्बे में ‘लफंडरी’ किया करते थे। फिलहाल मुंबई के एक बिल्डर की हत्या में दोषी करार दिए जाने के बाद अबू सलेम महाराष्ट्र की एक जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। उनके ऊपर लगे कई दूसरे आपराधिक मामलों की सुनवाई अदालतों में जारी है।
Be the first to comment on "जानिए, अबू सलेम का घर अब किस हालत में है?"