गुना में भीषण सड़क हादसा, यूपी के 8 मजदूरों की मौत, 50 से ज्यादा जख्मी

लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों के साथ हो रही घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. बीती रात गुना में हुए एक बड़े सड़क हादसे में 8 मजदूरों की मौत हो गई जबकि 50 से ज्यादा मजदूर गंभीर रूप से घायल हैं. ये हादसा देर रात गुना के कैंट थाना क्षेत्र में हुआ. जानकारी के मुताबिक करीब 65 मजदूर कंटेनर में सवार होकर महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश जा रहे थे. इस दौरान गुना बाईपास पर सामने से आ रही यात्री बस और कंटेनर की भिड़ंत हो गई.

घटना के बाद कंटेनर का ड्राइवर मौके से भाग निकला. उधर, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और सभी घायलों को इलाज के लिए तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया. फिलहाल मृतकों की पहचान नहीं हो पायी है. लेकिन मरने वाले सभी मजदूर यूपी के रहने वाले बताए जा रहे हैं. कैंट थाने की पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.

दिल दहला देने वाला सड़क हादसा रात करीब सवा दो बजे हुआ। मैनपुरी के किशनी क्षेत्र के डांडिया गांव निवासी चालक मुनेश और क्लीनर सिंटू खाली कंटेनर लेकर मैनपुरी से गुरुग्राम जा रहे थे। गुरु का ताल गुरुद्वारा कट को पार करते ही सड़क में मामूली घुमाव है। इस मोड़ पर कंटेनर अनियंत्रित हो गया।  हाइवे से करीब दस फीट बायीं नाला है। जो पटा हुआ है। ढके हुए नाले से करीब 25 फीट आगे एक मार्केट बंद पड़ी है। शू शॉप के सामने सात लोग सो रहे थे। कंटेनर अनियंत्रित होकर वहां तक पहुंच गया। सातों लोगों के ऊपर चढ़ गया। लोगों को बचाव का मौका तक नहीं मिला। हादसे के बाद चालक नहीं रुका। कंटेनर को हाईवे की ओर मोड़कर तेज गति से सिकंदरा की ओर दौड़ा दिया। गुरु का ताल गुरुद्वारा के सामने चीता मोबाइल के सिपाही खड़े थे। उन्होंने कंटेनर का पीछा किया और वायरलेस पर मैसेज पास किया। सिकंदरा चौराहे पर पुलिस ने कंटेनर को रोक लिया। चालक-क्लीनर गिरफ्तार कर लिए।

तब तक पुलिस को भी नहीं पता था कि हादसा कितना बड़ा है। पुलिस तत्काल घटना स्थल पर आई। घटना स्थल पर खून और क्षत विक्षत शव देखकर पुलिस कर्मियों के रौंगटे खड़े हो गए। आनन-फानन में पुलिस ने एक-एक करके सभी को उठाया। अपनी गाड़ियों में ही डालकर एसएन इमरजेंसी पहुंचाया। इनमें से पांच की मौके पर ही मौत हो चुकी थी।

उनके शव इमरजेंसी से पोस्टमार्टम हाउस भेज दिए गए। दो घायलों को वहां भर्ती कर लिया। घायलों में से शाहगंज के भोगीपुरा निवासी सुनील ने इलाज के दौरान बुधवार की सुबह दम तोड़ दिया। जबकि दूसरे घायल जगदीशपुरा के गढ़ी भदौरिया निवासी नितिन शर्मा का इलाज चल रहा है। उसकी भी हालत चिंताजनक है। पांचों मृतकों की अभी शिनाख्त नहीं हो सकी है। दुर्घटनास्थल पर ही दो अन्य युवक भी थे। इनमें से एक हादसे का शिकार हुए लोगों से महज एक फुट अंदर की ओर सो रहा था। वह बच गया। उसे खरोंच तक नहीं आई। दूसरा हादसे से दो मिनट पहले ही रेलवे लाइन पर फ्रेश होने गया था। इंस्पेक्टर सिकंदरा अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि हादसे का शिकार हुए लोग गुरुद्वारे में खाना खाने के बाद दुकानों के सामने सो जाते थे। ये स्थानीय ही बताए जा रहे हैं। सभी की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं। ट्रक चालक और क्लीनर के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

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