प्रधानमंत्री ने अपनी शुरुआती लाइन में ही राहुल गांधी पर चुटकी ली। उन्होंने राहुल गांधी के उस बयान पर व्यंग्य किया, जिसमें राहुल ने कहा था कि ‘मैं बोलूंगा तो भूकंप आ जाएगा।’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘मैं सोच रहा था कि आखिर भूकंप आया ही क्यों। मोदी ने आगे भी चुटकी लेते हुए कहा कि यदि कोई स्कैम में भी सेवा का भाव देखता है तो धरती मां हिल ही जाती है। मालूम हो कि राहुल ने यूपी में एक सभा में स्कैम शब्द की व्याख्या अपने अनुसार की थी।
नरेंद्र मोदी के भूकंप वाले बयान के बाद संसद में हंगामा शुरू हो गया। विपक्षी पार्टियों ने इस पर खूब हंगामा किया। कांग्रेस पर हमला करते हुए मोदी ने कहा कि ‘उन्हें अंदाजा ही नहीं था कि जनतंत्र की ताकत क्या है। कांग्रेस का लोकतंत्र एक परिवार तक सीमित है। हर युग में इतिहास को जानने का प्रयास आवश्यक होता है। उसमें हम थे या नहीं थे। हमारे कुत्ते थे या नहीं.. औरों के हो सकते हैं। लेकिन देश के कोटि-कोटि के लोग थे। जब कांग्रेस पार्टी का जन्म भी नहीं हुआ था, तब 1857 का स्वतंत्रता संग्राम इस देश के लोगों ने लड़ा था। कोई भेद रेखा नहीं थी और तब भी कमल था आज भी कमल है।
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उन्होंने कहा कि ‘सरकार बनने के बाद की व्यवस्था को हम जानते हैं। हमने जनता से अपील की थी कि जो अफोर्ड कर सकते हैं वो गैस की सब्सिडी छोड़ दें और इस देश के 1 करोड़ से ज्यादा लोग गैस सब्सिडी छोड़ने के लिए आगे आए। ये देश के सवा करोड़ लोगों की ताकत का परिचय है।
पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं भी से आह्वान करता हूं कि देश की जनशक्ति को पहचानें। हम भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए काम करें। हर कोई चाहता है कि गांव, गरीब और किसान को कुछ मिले। मैं लाल किले पर से बोल चुका हूं कि हर प्रधानमंत्री का अपना-अपना योगदान है। एक पार्टी है जो भगत सिंह, सावरकर और आजाद का नाम नहीं लेती, लेकिन उनको लगता है कि आजादी सिर्फ एक परिवार ने दिलवाई है और इसलिए जनशक्ति को जोड़कर आगे बढ़ना है। इस सरकार ने सबको जोड़ने का प्रयास किया है।’
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