कोरोनावायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए हाल ही में भारतीय संसद को अनिश्चित काल के लिये स्थगित कर दिया गया था, मगर मालदीव विश्व का पहला ऐसा देश बन गया है जिसने वर्चुअल संसद सत्र चलाने का फैसला किया है.
कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए मालदीव को 27 मार्च को बंद किया गया था, जिसका सीधा असर पर्यटन की निर्भरता वाले अर्थव्यवस्था पर पड़ा है। राष्ट्रपति सोलिह ने कोविड-19 के बाद सामान्य जीवन बहाल करने और देश को पटरी पर लाने के लिए सरकार की तरफ से गतिविधियों की योजना के बारे में बताया।
उन्होंने कहा, “15 जुलाई को देश फिर से अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए सीमाएं खोलेगा और विजिटर्स के स्वागत के लिए सरकार रिजॉर्ट्स को खोलने की अनुमति देगी। इससे हमारी पर्यटन क्षेत्र को काफी राहत मिलेगी और देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।” जुलाई के महीने में मालदीव में अस्थाई तौर पर प्रतिबंधों से कई तरह की राहत दी जाएगी।
इसके लिए बाकायदा रिहर्सल भी की गई जिसमे मालदीव संसद के अध्यक्ष मोहम्मद नशीद ने भी हिस्सा लिया. गौरतलब है कि मालदीव संसद का सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए वर्चुअल सत्र चलाने वाला मालदीव विश्व का पहला देश होगा.
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