नई दिल्ली:-एजेंसी
भारत सरकार ने एचएसबीसी ब्लैकमनी की सूची में शामिल 628 भारतीयों के खिलाफ कर्रवाई शुरू कर दी है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चेन्नई के एक व्यापारी के घर से 1.59 करोड़ रुपये जब्त कर लिए हैं। यह रकम व्यापारी की विदेश में छुपी राशि के बराबर है।
केंद्रीय जांच एजेंसी का कहना है कि यह कार्रवाई हाल ही में फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (फेमा) में जोड़ी गई नई धारा 37ए(1) के अनुसार की गई है। यह धारा संदेह की स्थिति में किसी व्यक्ति की ओर से कानून का उल्लंयघन कर विदेशी धन, विदेशी प्रतिभूति या भारत से बाहर अचल संपत्ति रखने की सूरत में भारत में उसके बराबर संपत्ति जब्त करने का अधिकार देती है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि एचएसबीसी ब्लैकमनी सूची में फेमा के तहत यह पहली कार्रवाई हुई है। ईडी का कहना है कि चेन्निई के प्रदीप डी कोठारी की फेमा के तहत 1.59 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई है। कोठारी ने नियामकीय मंजूरी लिए बिना विदेश में संपत्ति छुपा रखी है। जांच के दौरान सामने आया है कि कोठारी ने एचएसबीसी बैंक में 2.2 करोड़ रुपए जमा किए हैं। साथ ही यह भी सामने आया है कि आरबीआई की मंजूरी के बिना और आयकर विभाग को इसका विवरण दिए बिना यह धन बैंक में जमा किया गया है।
एचएसबीसी ब्लैकमनी की सूची कुल 628 भारतीयों के नाम हैं, जिन्होंने इसकी जेनेवा स्थित ब्रांच में एकाउंट खोल रखे हैं। भारत सरकार ने वर्ष 2007 में फ्रांस सरकार से यह लिस्ट प्राप्त की थी।
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