विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की जिंदादिली का एक और उदाहरण सामने आया है. सुषमा स्वराज ने गुरुवार को रियाद की एक जेल में बंद तेलंगाना की रहने वाली एक भारतीय महिला को मदद का भरोसा दिया है. उन्होंने ट्विटर पर कहा, हम फहिमुन्निसा बेगम को कानूनी मदद के साथ ही हर सहायता उपलब्ध कराएंगे.
दरअसल, सुषमा से जब महिला के पति ने उसकी रिहाई के लिए मंत्री से निवेदन किया था. उनकी गिरफ्तारी के पीछे के कारणों का पता अभी तक नहीं चल पाया है.
इसके अलावा अन्य व्यक्ति के आग्रह के जवाब में सुषमा ने कहा कि बहरीन में भारतीय दूतावास वहां एक भारतीय के डूबने की घटना पर गौर करेगा. 32 वर्षीय कबीस अब्दुल जलील बहरीन के एक स्वीमिंग पूल में डूब गया था, उसके रिश्तेदार ने ट्विटर पर स्वराज से संपर्क साधा था.
मोदी ने कहा, दुनिया के किसी भी कोने में मुश्किल में फंसा कोई भारतीय अगर विदेश मंत्रालय को ट्वीट करता है, तो सुषमा स्वराज 15 मिनट के भीतर उसे जवाब देती हैं, फिर चाहे रात के दो ही क्यों न बजे हों. सरकार तुरंत कदम उठाती है और परिणाम सामने आते हैं, यह सुशासन है. उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल में भारत के विदेश मंत्रालय ने मानवीय कूटनीति में नई ऊंचाईयां हासिल की हैं.
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